डॉ तानिया सैली बख्शी/सचिन
वैली ऑफ वर्ड्स, प्रतिष्ठित साहित्य और कला महोत्सव, सीएसआईआर-भारतीय पेट्रोलियम संस्थान, देहरादून और सीएसआईआर-केंद्रीय भवन अनुसंधान संस्थान, रुड़की के साथ संस्थागत साझेदारी में, हिंदी साहित्य सम्मेलन शीर्षक के तहत 29-30 सितंबर को अपने हिंदी वर्टिकल की मेजबानी करेगा।
वैज्ञानिक नवाचार के मूल शासनादेश के साथ-साथ राजभाषा हिंदी को बढ़ावा देने के लिए समर्पित, दशकों से विभिन्न कार्यक्रमों/ कविताओं/ प्रतियोगिताओं के माध्यम से हिंदी भाषा के अधिकतम उपयोग को प्रोत्साहित करने के लिए, वैली ऑफ़ वर्ड्स के साथ सीएसआईआर-आईआईपी और सीएसआईआर-सीबीआरआई सितंबर को हिंदी माह 2022 के रूप में मना रहे हैं।
हिंदी फिक्शन, हिंदी नॉन-फिक्शन तथा अन्य भाषाओं से हिंदी में अनुवाद की श्रेणियों के तहत शॉर्टलिस्ट किए गए लेखकों की एक विशेष शृंखला इस दो दिवसीय हिंदी साहित्यिक उत्सव में हाइब्रिड मोड (फिज़िकल एवं डिजिटल) के माध्यम से प्रतिभाग करेगी। जिसमें शामिल हैं- हिंदी फिक्शन में मैत्रेयी पुष्पा, सुमति सक्सेना लाल, रणेन्द्र, नवीन चौधरी, नीलाक्षी सिंह; हिंदी नॉनफिक्शन में सुजाता, ममता कालिया, शिरीष खरे, आशीष कौल और भारत की अन्य भाषाओं से हिन्दी में अनुवाद श्रेणी में मिहिर सास्वड़कर, डॉ अरसू और शिप्रा पांडेय। साहित्य की दुनिया के ये सभी सितारे हिन्दी में नवीन उत्कृष्ट रचनाओं पर चर्चा करेंगे।
इन सत्रों में वैली ऑफ वर्डस और आईआईपी के बुद्धिजीवी वार्ताकर्ताओं द्वारा उक्त लेखकों के साथ चर्चा की जाएगी, जिनमें प्रो. रूप किशोर शास्त्री, डॉ. अंजन रे, लक्ष्मी शंकर बाजपेयी, ममता किरण, सुशील उपाध्याय, आमना मिर्जा, दिनेश चमोला, सोमेश्वर पांडेय तथा प्रदीप चौहान सम्मिलित हैं।
अन्य दिलचस्प विशेषता ग्राफिक एरा, डीआईटी और डीएवी पीजी कॉलेज के हमारे युवा वॉलंटियर्स की सहभागिता है। इनमें से कई तेजस्वी प्रतिभाएं हिंदी साहित्य सम्मेलन में अपनी रचनात्मक अभिव्यक्ति भी प्रस्तुत करेंगे।
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